पटना
नौकरी के बदले में जमीन (Land for job Scam) मामले में लालू यादव के बाद अब तेजस्वी यादव से ED की टीम आज कर पूछताछ कर रही है। इस दौरान आरजेडी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ED दफ्तर के बाहर जमे हुए हैं। बता दें कि तेजस्वी यादव से ED के पटना दफ्तर में पूछताछ हो रही है। कल 29 जनवरी को इसी मामले में ED की टीम ने राजद सुप्रीमो और पूर्व सीएम लाल यादव से 10 घंटे की लंबी पूछताछ की थी। मिली खबर के मुताबिक राजद कार्यकर्ताओं ने पूछताछ के दौरान ED और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लालू यादव से पूछताछ के दौरान उनकी बेटी मीसा भारती भी ED कार्यालय पहुचीं और आक्रोशितक कार्यकर्ताओं को शांत किया।
ये है पूरा मामला
बता दें कि नौकरी के बदले जमीन मामला 2004 से 2009 के बीच पेश आया था। उस समय आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव मनमोहन सिंह की सरकार में रेल मंत्री थे। इस दौरान भारी संख्या में बहाली हुई थी। आरोप है कि लालू ने नौकरी के बदले अभ्यर्थियों से जमीन और फ्लैट अपने परिवार के नाम करवाए थे। जिसमंथ लालू के अलावे राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और मीसा भारती समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया है। ED की चार्जशीट के मुताबिक 2004-2009 के बीच लालू यादव ने रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी पदों पर गलत तरीके से नियुक्ति की थी। नौकरी के बदले जमीन अपने परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित कर दी थी।
रोहिणी आचार्य ने ट्वीट किया
लालू की पूछताछ के लेकर बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट किया है। वो पूरे घटनाक्रम को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने इसे लेकर कई ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में उन्होंने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मेरे पापा को खरोच आया तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा। वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि "अगर मेरे पापा (लालू यादव) को आज कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार गिरगिट, CBI,ED और उनके मालिक होंगे।"